انجیل مقدس

خدا کا فضل تحفہ
1. {बिनयमीन का नसबनामा } [PS]और बिनयमीन से उसका पहलौठा बाला' पैदा हुआ, दूसरा और अशबेल, तीसरा अख़िरख़,
2. चौथा नूहा और पाँचवाँ रफ़ा।
3. औरे बाला' के बेटे अदार और जीरा और अबिहूद,
4. और अबिसू' और ना'मान और अख़ूह,
5. और जीरा और सफ़ूफ़ान और हूराम थे।
6. और अहूद के बेटे यह हैं यह जिबा' के बाशिंदों के बीच आबाई ख़ानदानों के सरदार थे, और इन्हीं को ग़ुलाम करके मुनाहत को ले गए थे।:
7. या'नी नामान और अखि़याह और और जीरा, यह इनको ग़ुलाम करके ले गया था, और उससे 'उज़्ज़ा और अख़ीहूद पैदा हुए।
8. और सहरीम से, मोआब के मुल्क में अपनी दोनों बीवियों हुसीम और बा'राह को छोड़ देने के बाद लड़के पैदा हुए,
9. और उसकी बीवी हूदस के बत्न से यूबाब और ज़िबिया और मैसा और मलकाम,
10. और य'ऊज़ और सिक्याह और मिरमा पैदा हुए। यह उसके बेटे थे जो आबाई ख़ानदानों के सरदार थे।
11. और हुसीम से अबीतूब और इलफ़ा'ल पैदा हुए।
12. और बनी इलफ़ा'ल:इब्र और मिश'आम और सामिर थे। इसी ने ओनू और लुद और उसके देहात को आबाद किया।
13. और बरि'आ और समा' भी जो अय्यालोन के बाशिंदों के दरमियान आबाई ख़ानदानों के सरदार थे और जिन्होंने जात के बाशिंदों को भगा दिया।
14. और अख़ियो, शाशक़ और यरीमोत,
15. और ज़बदियाह और 'अराद और 'अदर,
16. और मीकाएल और इस्फ़ाह और यूख़ा, जो बनी बरि'आ हैं।
17. और ज़बदयाह और मुसल्लाम और हिज़क़ी और हिबर,
18. और यसमरी और यज़लियाह और यूबाब जो बनी इलफ़ा'ल हैं।
19. और यक़ीम और ज़िकरी और ज़ब्दी,
20. और इलिऐनी और ज़लती और इलीएल,
21. और 'अदायाह और बरायाह और सिमरात, जो बनी सम'ई हैं।
22. और इसफ़ान और इब्र और इलीएल,
23. और 'अबदोन और ज़िकरी और हनान,
24. औरे हनानियाह और ऐलाम और अंतूतियाह,
25. और यफ़दियाह और फ़नूएल, जो बनी शाशक़ हैं।
26. और समसरी और शहारियाह और 'अतालियाह,
27. और या'रसियाह और एलियाह और ज़िकरी जो बनी यरोहाम हैं।
28. यह अपनी नसलों में आबाई ख़ानदानों के सरदार और रईस थे और येरूशलेम में रहते थे।
29. और जिबा'ऊन में जिबा'ऊन का बाप रहता था, जिसकी बीवी का नाम मा'का था।
30. और उसका पहलौठा बेटा 'अबदोन, और सूर और क़ीस, और बा'ल और नदब,
31. और जदूर और अख़ियो और ज़कर,
32. और मिक़लोत से सिमाह पैदा हुआ, और वह भी अपने भाइयों के साथ येरूशलेम में अपने भाइयों के सामने रहते थे।
33. और नयिर से क़ीस पैदा हुआ, क़ीस से साऊल पैदा हुआ, और साऊल से यहूनतन और मलकीशू और अबीनदाब और इशबा'ल पैदा हुए;
34. और यहूनतन का बेटा मरीबबा'ल था, मरीबबा'ल से मीकाह पैदा हुआ।
35. और बनी मीकाह: फ़ीतूँ और मलिक और तारी' और आख़ज़ थे।
36. और आख़ज़ से यहू'अदा पैदा हुआ, और यहू'अदा से 'अलमत और 'अज़मावत और ज़िमरी पैदा हुए; और ज़िमरी से मौज़ा पैदा हुआ।
37. और मौज़ा से बिन'आ पैदा हुआ; बिन'आ का बेटा राफ़ा', राफ़ा' का बेटा इलि, आसा, और इलि, आसा का बेटा असील,
38. और असील के छ: बेटे थे जिनके नाम यह हैं: 'अज़रिक़ाम, बोकिरू, और इस्मा'ईल और सग़रियाह और 'अबदियाह और हनान; यह सब असील के बेटे थे।
39. और उसके भाई 'ईशक़ के बेटे यह हैं: उसका पहलौठा औलाम दूसरा य'ओस, तीसरा इलिफ़ालत।
40. और औलाम के बेटे ताक़तवर सूर्मा और तीरंदाज़ थे, और उसके बहुत से बेटे और पोते थे जो डेढ़ सौ थे। यह सब बनी बिन यमीन में से थे। [PE]
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1 {बिनयमीन का नसबनामा } और बिनयमीन से उसका पहलौठा बाला' पैदा हुआ, दूसरा और अशबेल, तीसरा अख़िरख़, 2 चौथा नूहा और पाँचवाँ रफ़ा। 3 औरे बाला' के बेटे अदार और जीरा और अबिहूद, 4 और अबिसू' और ना'मान और अख़ूह, 5 और जीरा और सफ़ूफ़ान और हूराम थे। 6 और अहूद के बेटे यह हैं यह जिबा' के बाशिंदों के बीच आबाई ख़ानदानों के सरदार थे, और इन्हीं को ग़ुलाम करके मुनाहत को ले गए थे।: 7 या'नी नामान और अखि़याह और और जीरा, यह इनको ग़ुलाम करके ले गया था, और उससे 'उज़्ज़ा और अख़ीहूद पैदा हुए। 8 और सहरीम से, मोआब के मुल्क में अपनी दोनों बीवियों हुसीम और बा'राह को छोड़ देने के बाद लड़के पैदा हुए, 9 और उसकी बीवी हूदस के बत्न से यूबाब और ज़िबिया और मैसा और मलकाम, 10 और य'ऊज़ और सिक्याह और मिरमा पैदा हुए। यह उसके बेटे थे जो आबाई ख़ानदानों के सरदार थे। 11 और हुसीम से अबीतूब और इलफ़ा'ल पैदा हुए। 12 और बनी इलफ़ा'ल:इब्र और मिश'आम और सामिर थे। इसी ने ओनू और लुद और उसके देहात को आबाद किया। 13 और बरि'आ और समा' भी जो अय्यालोन के बाशिंदों के दरमियान आबाई ख़ानदानों के सरदार थे और जिन्होंने जात के बाशिंदों को भगा दिया। 14 और अख़ियो, शाशक़ और यरीमोत, 15 और ज़बदियाह और 'अराद और 'अदर, 16 और मीकाएल और इस्फ़ाह और यूख़ा, जो बनी बरि'आ हैं। 17 और ज़बदयाह और मुसल्लाम और हिज़क़ी और हिबर, 18 और यसमरी और यज़लियाह और यूबाब जो बनी इलफ़ा'ल हैं। 19 और यक़ीम और ज़िकरी और ज़ब्दी, 20 और इलिऐनी और ज़लती और इलीएल, 21 और 'अदायाह और बरायाह और सिमरात, जो बनी सम'ई हैं। 22 और इसफ़ान और इब्र और इलीएल, 23 और 'अबदोन और ज़िकरी और हनान, 24 औरे हनानियाह और ऐलाम और अंतूतियाह, 25 और यफ़दियाह और फ़नूएल, जो बनी शाशक़ हैं। 26 और समसरी और शहारियाह और 'अतालियाह, 27 और या'रसियाह और एलियाह और ज़िकरी जो बनी यरोहाम हैं। 28 यह अपनी नसलों में आबाई ख़ानदानों के सरदार और रईस थे और येरूशलेम में रहते थे। 29 और जिबा'ऊन में जिबा'ऊन का बाप रहता था, जिसकी बीवी का नाम मा'का था। 30 और उसका पहलौठा बेटा 'अबदोन, और सूर और क़ीस, और बा'ल और नदब, 31 और जदूर और अख़ियो और ज़कर, 32 और मिक़लोत से सिमाह पैदा हुआ, और वह भी अपने भाइयों के साथ येरूशलेम में अपने भाइयों के सामने रहते थे। 33 और नयिर से क़ीस पैदा हुआ, क़ीस से साऊल पैदा हुआ, और साऊल से यहूनतन और मलकीशू और अबीनदाब और इशबा'ल पैदा हुए; 34 और यहूनतन का बेटा मरीबबा'ल था, मरीबबा'ल से मीकाह पैदा हुआ। 35 और बनी मीकाह: फ़ीतूँ और मलिक और तारी' और आख़ज़ थे। 36 और आख़ज़ से यहू'अदा पैदा हुआ, और यहू'अदा से 'अलमत और 'अज़मावत और ज़िमरी पैदा हुए; और ज़िमरी से मौज़ा पैदा हुआ। 37 और मौज़ा से बिन'आ पैदा हुआ; बिन'आ का बेटा राफ़ा', राफ़ा' का बेटा इलि, आसा, और इलि, आसा का बेटा असील, 38 और असील के छ: बेटे थे जिनके नाम यह हैं: 'अज़रिक़ाम, बोकिरू, और इस्मा'ईल और सग़रियाह और 'अबदियाह और हनान; यह सब असील के बेटे थे। 39 और उसके भाई 'ईशक़ के बेटे यह हैं: उसका पहलौठा औलाम दूसरा य'ओस, तीसरा इलिफ़ालत। 40 और औलाम के बेटे ताक़तवर सूर्मा और तीरंदाज़ थे, और उसके बहुत से बेटे और पोते थे जो डेढ़ सौ थे। यह सब बनी बिन यमीन में से थे।
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