انجیل مقدس

خدا کا فضل تحفہ
1. {यहूदाह का नसबनामा } [PS]बनी यहूदाह यह हैं: फ़ारस, हसरोन और कर्मी और हूर और सोबल।
2. और रियायाह बिन सोबल से यहत पैदा हुआ और यहत से अख़ूमी और लाहद पैदा हुए, यह सुर'अतियों के ख़ानदान हैं।
3. और यह 'ऐताम के बाप से हैं: यज़र'एल और इसमा' और इदबास और उनकी बहन का नाम हज़िल — इलफ़ूनी था;
4. और फ़नूएल जदूर का बाप और 'अज़र हूसा का बाप था। यह इफ़राता के पहलौठे हूर के बेटे हैं। जो बैतलहम का बाप था।
5. और तकू'अ के बाप अशूर की दो बीवियां थीं हीलाह और ना'रा।
6. और ना'रा के उससे अख़ूसाम और हिफ़्र और तेमनी और हख़सतरी पैसा हुए। यह ना'रा के बेटे थे।
7. और हीलाह के बेटे: ज़रत और यज़ूआर और इतनान थे।
8. क़ूज़ से 'अनूब और ज़ोबीबा और हरूम के बेटे आख़रख़ैल के घराने पैदा हुए।
9. और या'बीज़ अपने भाइयों से मु'अज़िज़ था और उसकी माँ ने उसका नाम या'बीज़ रक्खा क्यूँकि कहती थी, की “मैंने ग़म के साथ उसे जनम दिया है।”
10. और या'बीज़ ने इस्राईल के ख़ुदा से यह दुआ की, “आह, तू मुझे वाक़'ई बरकत दे, और मेरी हुदूद को बढ़ाए, और तेरा हाथ मुझ पर हो और तू मुझे बदी से बचाए ताकि वह मेरे ग़म का ज़रि'अ न हो!” और जो उसने माँगा ख़ुदा ने उसको बख़्शा।
11. और सूख़ा के भाई कलूब से महीर पैदा हुआ जो इस्तून का बाप था।
12. और इस्तून से बैतरिफ़ा और फ़ासह और 'ईरनहस जा बाप तख़िन्ना पैदा हुए। यही रैका के लोग हैं।
13. और क़नज़ के बेटे: ग़ुतनिएल और शिरायाह थे, और ग़ुतनिएल का बेटा हतत था।
14. और म'ऊनाती से 'उफ़रा पैदा हुआ, और शिरायाह से युआब पैदा हुआ जो जिख़राशीम का बाप है; क्यूँकि वह कारीगर थे।
15. और यफ़ुन्ना के बेटे कालिब के बेटे यह हैं: 'ईरु और ऐला और ना'म; और बनी ऐला:क़नज़।
16. और यहलिलएल के बेटे यह हैं: ज़ीफ़ और ज़ीफ़ा, तैरयाह और असरिएल।
17. और 'अज़रा के बेटे यह हैं: यतर और मरद और 'इफ़्र और यलून और उसके बत्न से मरियम और सम्मी और इस्तिमू'अ का बाप इस्बाह पैदा हुए,
18. और उसकी यहूदी बीवी के उस से जदूर का बाप यरद और शोको का बाप हिब्र और ज़नोआह का बाप यक़ूतिएल पैदा हुए; और फ़िर'औन की बेटी बित्याह के बेटे जिसे मरद ने ब्याह लिया था यह हैं।
19. और यहूदियाह की बीवी नहम की बहन के बेटे क़'ईलाजर्मी का बाप और इस्तिमू'अ मा'काती थे।
20. और सीमोन के बेटे यह हैं: अमनून और रिन्ना, बिनहन्नान और तीलोन, और यस'ई के बेटे: ज़ोहित और बिनज़ोहित थे।
21. और सीला बिन यहूदाह के बेटे यह हैं: 'एर, लका का बाप; और ला'दा, मरीसा का बाप और बीत — अशबि'अ के घराने, जो बारीक कटान का काम करते थे।
22. और योक़ीम और कोज़ीबा के लोग, और यूआस और शराफ़ जो मोआब के बीच हुक्मरान थे, और यसूबी लहम। यह पुरानी तवारीख़ है।
23. यह कुम्हार थे और नताईम और गदेरा के बाशिंदे थे। वह वहाँ बादशाह के साथ उसके काम के लिए रहते थे।
24. बनी शमौन यह हैं: नमुएल, और यमीन, यरीब, ज़ारह, साऊल।
25. और सूल का बेटा सलूम और सलूम का बेटा मिब्साम, और मिब्साम का बेटा मिशमा'अ।
26. और मिशमा'अ के बेटे यह हैं: हमुएल हमुएल का बेटा ज़कूर, ज़कूर का बेटा सिम'ई।
27. और सिम'ई के सोलह बेटे और छ: बेटियाँ थीं, लेकिन उसके भाइयों के बहुत औलाद न हुईं और उनके सब घराने बनी यहूदाह की तरह न बढ़े।
28. और वह बैरसबा' और मोलादा और हसरसो'आल,
29. और बिलहा और 'अज़म और तोलाद,
30. और बतुएल और हुरमा और सिक़लाज,
31. और मरकबोत और हसर सूसीम और बैतबराई और शा'रीम में रहते थे। दाऊद की हुकूमत तक यही उनके शहर थे।
32. और उनके गाँव:'ऐताम और 'ऐन और रिमोन और तोकन और 'असन, यह पाँच शहर थे।
33. और उनके रहने देहात भी, जो बा'ल तक उन शहरों के आस पास थे यह उनके रहने के मुक़ाम थे और उनके नसबनामे हैं।
34. और मिसोबाब, यमलीक और योशा बिन अमसियाह,
35. और यूएल और याहू बिन यूसीबियाह बिन सिरायाह बिन 'असिएल,
36. और इलीयू'ऐनी और या'क़ूबा और यसुखाया और 'असायाह और 'अदिएल और यिसीमिएल और बिनायाह,
37. और ज़ीज़ा बिन शिफ़'ई बिन अल्लून बिन यदायाह बिन सिमरी बिन समा'याह:
38. यह जिनके नाम मज़कूर हुए, अपने अपने घराने के सरदार थे और इनके आबाई ख़ानदान बहुत बढ़े।
39. और वह जदूर के मदख़ल तक या'नी उस वादी के पूरब तक अपने गल्लों के लिए चरागाह ढूँडने गए,
40. वहाँ उन्होंने अच्छी और सुथरी चरागाह पायी और मुल्क वसी' और चैन और सुख की जगह था; क्यूँकि हाम के लोग क़दीम से उस में रहते थे।
41. और वह जिनके नाम लिखे गए हैं, शाह — ए — यहूदाह हिज़क़ियाह के दिनों में आये और उन्होंने उनके पड़ाव पर हमला किया और म'ऊनीम को जो वहाँ मिले क़त्ल किया, ऐसा की वह आज के दिन तक मिटे हैं, और उनकी जगह रहने लगे क्यूँकि उनके गल्लों के लिए वहाँ चरागाह थी।
42. और उनमें से या'नी शमौन के बेटों में से पाँच सौ शख़्स कोह — ए — श'ईर को गए और यस'ई के बेटे फ़लतियाह और ना'रियाह और रिफ़ायाह और 'उज़्ज़ीएल उनके सरदार थे;
43. और उन्होंने उन बाक़ी 'अमालीक़ियों को जो बच रहे थे क़त्ल किया और आज के दिन तक वहीं बसे हुए हैं। [PE]
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1 {यहूदाह का नसबनामा } बनी यहूदाह यह हैं: फ़ारस, हसरोन और कर्मी और हूर और सोबल। 2 और रियायाह बिन सोबल से यहत पैदा हुआ और यहत से अख़ूमी और लाहद पैदा हुए, यह सुर'अतियों के ख़ानदान हैं। 3 और यह 'ऐताम के बाप से हैं: यज़र'एल और इसमा' और इदबास और उनकी बहन का नाम हज़िल — इलफ़ूनी था; 4 और फ़नूएल जदूर का बाप और 'अज़र हूसा का बाप था। यह इफ़राता के पहलौठे हूर के बेटे हैं। जो बैतलहम का बाप था। 5 और तकू'अ के बाप अशूर की दो बीवियां थीं हीलाह और ना'रा। 6 और ना'रा के उससे अख़ूसाम और हिफ़्र और तेमनी और हख़सतरी पैसा हुए। यह ना'रा के बेटे थे। 7 और हीलाह के बेटे: ज़रत और यज़ूआर और इतनान थे। 8 क़ूज़ से 'अनूब और ज़ोबीबा और हरूम के बेटे आख़रख़ैल के घराने पैदा हुए। 9 और या'बीज़ अपने भाइयों से मु'अज़िज़ था और उसकी माँ ने उसका नाम या'बीज़ रक्खा क्यूँकि कहती थी, की “मैंने ग़म के साथ उसे जनम दिया है।” 10 और या'बीज़ ने इस्राईल के ख़ुदा से यह दुआ की, “आह, तू मुझे वाक़'ई बरकत दे, और मेरी हुदूद को बढ़ाए, और तेरा हाथ मुझ पर हो और तू मुझे बदी से बचाए ताकि वह मेरे ग़म का ज़रि'अ न हो!” और जो उसने माँगा ख़ुदा ने उसको बख़्शा। 11 और सूख़ा के भाई कलूब से महीर पैदा हुआ जो इस्तून का बाप था। 12 और इस्तून से बैतरिफ़ा और फ़ासह और 'ईरनहस जा बाप तख़िन्ना पैदा हुए। यही रैका के लोग हैं। 13 और क़नज़ के बेटे: ग़ुतनिएल और शिरायाह थे, और ग़ुतनिएल का बेटा हतत था। 14 और म'ऊनाती से 'उफ़रा पैदा हुआ, और शिरायाह से युआब पैदा हुआ जो जिख़राशीम का बाप है; क्यूँकि वह कारीगर थे। 15 और यफ़ुन्ना के बेटे कालिब के बेटे यह हैं: 'ईरु और ऐला और ना'म; और बनी ऐला:क़नज़। 16 और यहलिलएल के बेटे यह हैं: ज़ीफ़ और ज़ीफ़ा, तैरयाह और असरिएल। 17 और 'अज़रा के बेटे यह हैं: यतर और मरद और 'इफ़्र और यलून और उसके बत्न से मरियम और सम्मी और इस्तिमू'अ का बाप इस्बाह पैदा हुए, 18 और उसकी यहूदी बीवी के उस से जदूर का बाप यरद और शोको का बाप हिब्र और ज़नोआह का बाप यक़ूतिएल पैदा हुए; और फ़िर'औन की बेटी बित्याह के बेटे जिसे मरद ने ब्याह लिया था यह हैं। 19 और यहूदियाह की बीवी नहम की बहन के बेटे क़'ईलाजर्मी का बाप और इस्तिमू'अ मा'काती थे। 20 और सीमोन के बेटे यह हैं: अमनून और रिन्ना, बिनहन्नान और तीलोन, और यस'ई के बेटे: ज़ोहित और बिनज़ोहित थे। 21 और सीला बिन यहूदाह के बेटे यह हैं: 'एर, लका का बाप; और ला'दा, मरीसा का बाप और बीत — अशबि'अ के घराने, जो बारीक कटान का काम करते थे। 22 और योक़ीम और कोज़ीबा के लोग, और यूआस और शराफ़ जो मोआब के बीच हुक्मरान थे, और यसूबी लहम। यह पुरानी तवारीख़ है। 23 यह कुम्हार थे और नताईम और गदेरा के बाशिंदे थे। वह वहाँ बादशाह के साथ उसके काम के लिए रहते थे। 24 बनी शमौन यह हैं: नमुएल, और यमीन, यरीब, ज़ारह, साऊल। 25 और सूल का बेटा सलूम और सलूम का बेटा मिब्साम, और मिब्साम का बेटा मिशमा'अ। 26 और मिशमा'अ के बेटे यह हैं: हमुएल हमुएल का बेटा ज़कूर, ज़कूर का बेटा सिम'ई। 27 और सिम'ई के सोलह बेटे और छ: बेटियाँ थीं, लेकिन उसके भाइयों के बहुत औलाद न हुईं और उनके सब घराने बनी यहूदाह की तरह न बढ़े। 28 और वह बैरसबा' और मोलादा और हसरसो'आल, 29 और बिलहा और 'अज़म और तोलाद, 30 और बतुएल और हुरमा और सिक़लाज, 31 और मरकबोत और हसर सूसीम और बैतबराई और शा'रीम में रहते थे। दाऊद की हुकूमत तक यही उनके शहर थे। 32 और उनके गाँव:'ऐताम और 'ऐन और रिमोन और तोकन और 'असन, यह पाँच शहर थे। 33 और उनके रहने देहात भी, जो बा'ल तक उन शहरों के आस पास थे यह उनके रहने के मुक़ाम थे और उनके नसबनामे हैं। 34 और मिसोबाब, यमलीक और योशा बिन अमसियाह, 35 और यूएल और याहू बिन यूसीबियाह बिन सिरायाह बिन 'असिएल, 36 और इलीयू'ऐनी और या'क़ूबा और यसुखाया और 'असायाह और 'अदिएल और यिसीमिएल और बिनायाह, 37 और ज़ीज़ा बिन शिफ़'ई बिन अल्लून बिन यदायाह बिन सिमरी बिन समा'याह: 38 यह जिनके नाम मज़कूर हुए, अपने अपने घराने के सरदार थे और इनके आबाई ख़ानदान बहुत बढ़े। 39 और वह जदूर के मदख़ल तक या'नी उस वादी के पूरब तक अपने गल्लों के लिए चरागाह ढूँडने गए, 40 वहाँ उन्होंने अच्छी और सुथरी चरागाह पायी और मुल्क वसी' और चैन और सुख की जगह था; क्यूँकि हाम के लोग क़दीम से उस में रहते थे। 41 और वह जिनके नाम लिखे गए हैं, शाह — ए — यहूदाह हिज़क़ियाह के दिनों में आये और उन्होंने उनके पड़ाव पर हमला किया और म'ऊनीम को जो वहाँ मिले क़त्ल किया, ऐसा की वह आज के दिन तक मिटे हैं, और उनकी जगह रहने लगे क्यूँकि उनके गल्लों के लिए वहाँ चरागाह थी। 42 और उनमें से या'नी शमौन के बेटों में से पाँच सौ शख़्स कोह — ए — श'ईर को गए और यस'ई के बेटे फ़लतियाह और ना'रियाह और रिफ़ायाह और 'उज़्ज़ीएल उनके सरदार थे; 43 और उन्होंने उन बाक़ी 'अमालीक़ियों को जो बच रहे थे क़त्ल किया और आज के दिन तक वहीं बसे हुए हैं।
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