ملاکی 4 : 1 (IRVUR)
{आने वाला ईन्साफ़ का दिन } क्यूँकि देखो वह दिन आता है जो भट्टी की तरह सोज़ान होगा। तब सब मग़रूर और बदकिरदार भूसे की तरह होंगे और वह दिन उनको ऐसा जलाएगा कि शाख़ — ओ — बुन कुछ न छोड़ेगा, रब्ब — उल — अफ़वाज फ़रमाता है।
ملاکی 4 : 2 (IRVUR)
लेकिन तुम पर जो मेरे नाम की ता'ज़ीम करते हो, आफ़ताब — ए — सदाक़त ताली'अ होगा, और उसकी किरनों में शिफ़ा होगी; और तुम गावख़ाने के बछड़ों की तरह कूदो — फाँदोगे।
ملاکی 4 : 3 (IRVUR)
और तुम शरीरों को पायमाल करोगे, क्यूँकि उस रोज़ वह तुम्हारे पाँव तले की राख होंगे, रब्ब — उल — अफ़वाज फ़रमाता है।
ملاکی 4 : 4 (IRVUR)
“तुम मेरे बन्दे मूसा की शरी'अत या'नी' उन फ़राइज़ — ओ — अहकाम को, जो मैंने होरिब पर तमाम बनी — इस्राईल के लिए फ़रमाए, याद रख्खो।
ملاکی 4 : 5 (IRVUR)
देखो, ख़ुदावन्द के बुज़ुर्ग और ग़ज़बनाक दिन के आने से पहले, मैं एलियाह नबी को तुम्हारे पास भेजूँगा।
ملاکی 4 : 6 (IRVUR)
और वह बाप का दिल बेटे की तरफ़, और बेटे का बाप की तरफ़ माइल करेगा; मुबादा मैं आऊँ और ज़मीन को मला'ऊन करूँ।”

1 2 3 4 5 6