۔توارِیخ ۲ 7 : 1 (IRVUR)
{ख़ुदावन्द के घर का नज़र-ओ-नियाज़ } और जब सुलेमान दुआ कर चुका तो आसमान पर से आग़ उतरी और सोख़्तनी क़ुर्बानी और ज़बीहो को भस्म कर दिया और मस्कन ख़ुदावन्द के जलाल से मा'मूर हो गया।

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