انجیل مقدس

Indian Revised Version (IRV)
1. [PS]मुबारक है हर एक जो ख़ुदावन्द से डरता, और उसकी राहों पर चलता है।
2. तू अपने हाथों की कमाई खाएगा; तू मुबारक और फ़र्माबरदार होगा।
3. तेरी बीवी तेरे घर के अन्दर मेवादार ताक की तरह होगी, और तेरी औलाद तेरे दस्तरख़्वान पर ज़ैतून के पौदों की तरह।
4. देखो! ऐसी बरकत उसी आदमी को मिलेगी, जो ख़ुदावन्द से डरता है।
5. ख़ुदावन्द सिय्यून में से तुझ को बरकत दे, और तू उम्र भर येरूशलेम की भलाई देखे।
6. बल्कि तू अपने बच्चों के बच्चे देखे। इस्राईल की सलामती हो! [PE]
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1 मुबारक है हर एक जो ख़ुदावन्द से डरता, और उसकी राहों पर चलता है। 2 तू अपने हाथों की कमाई खाएगा; तू मुबारक और फ़र्माबरदार होगा। 3 तेरी बीवी तेरे घर के अन्दर मेवादार ताक की तरह होगी, और तेरी औलाद तेरे दस्तरख़्वान पर ज़ैतून के पौदों की तरह। 4 देखो! ऐसी बरकत उसी आदमी को मिलेगी, जो ख़ुदावन्द से डरता है। 5 ख़ुदावन्द सिय्यून में से तुझ को बरकत दे, और तू उम्र भर येरूशलेम की भलाई देखे। 6 बल्कि तू अपने बच्चों के बच्चे देखे। इस्राईल की सलामती हो!
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